नौतन में प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय के स्थानांतरण पर बवाल

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नागरिक मंच के बैनर तले धरना-प्रदर्शन, सभी दलों के नेता हुए एकजुट; आंदोलन की चेतावनी

केएमपी भारत। नौतन (सीवान)।
नौतन प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय के संभावित स्थानांतरण के विरोध में गुरुवार को नागरिक मंच के तत्वावधान में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। धरना में विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में आम लोग शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में कार्यालय को वर्तमान स्थान से हटाने का विरोध किया और प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो उग्र जन आंदोलन होगा।

“स्थानांतरण से जनता को होगी असुविधा, सुरक्षा पर भी संकट” – विधायक अमरजीत कुशवाहा
धरना को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक अमरजीत कुशवाहा ने कहा कि नौतन बाजार के विकास और आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ही वर्षों पहले थाना, प्रखंड और अंचल कार्यालय यहां स्थापित किए गए थे। पहले ही थाना को बाजार से चार किलोमीटर दूर स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे व्यवसायियों और आम नागरिकों में असुरक्षा की भावना है। अब अगर प्रखंड और अंचल कार्यालय को भी कहीं और ले जाया जाता है, तो यह जनविरोधी कदम होगा।

“जगह की कोई कमी नहीं, यहीं बनें कार्यालय भवन”
विधायक ने यह भी कहा कि जिस जगह वर्तमान में कार्यालय संचालित हो रहा है, वहां पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। नए भवन का निर्माण भी वहीं किया जाना चाहिए, जिससे जनता को सुविधा बनी रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने आमजन की भावनाओं को नजरअंदाज किया, तो एक व्यापक आंदोलन किया जाएगा।

“थाने के पुराने स्थान पर खुले पुलिस चौकी” – लोगों की मांग
धरने में शामिल आम नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने यह भी मांग की कि थाना के पुराने स्थान पर एक पुलिस चौकी खोली जाए ताकि बाजार और आस-पास के इलाकों में सुरक्षा का माहौल कायम रह सके।

प्रभारी अंचलाधिकारी और आरओ के समक्ष रखी गई बात
धरना स्थल पर प्रभारी अंचलाधिकारी और निर्वाचन पदाधिकारी (आरओ) भी पहुंचे, जिनके समक्ष लोगों ने अपनी बात मजबूती से रखी। सभी ने मांग की कि प्रशासन जनभावनाओं का सम्मान करे और स्थानांतरण के फैसले पर पुनर्विचार करे।

नेताओं और समाजसेवियों ने रखा पक्ष
धरना प्रदर्शन को संबोधित करने वालों में शिवजी साहनी, रंजीत जयसवाल, तारकेश्वर प्रसाद, पूर्व मुखिया कृष्णा प्रसाद, अजय दुबे, राजा हुसैन, बेबी देवी, नागमणि, प्रिंस, विनोद, पवन कुशवाहा, सुभाष, जयचंद, भोला जयसवाल, मुरारपट्टी के मुखिया हवलदार अंसारी सहित कई अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।

जनता बोली – सुविधाएं घटाने की बजाय बढ़ाई जाएं
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को चाहिए कि वह प्रशासनिक सुविधाएं घटाने की बजाय उन्हें और सुदृढ़ करे। स्थानांतरण जैसे निर्णय जनभावनाओं के खिलाफ हैं और जनता इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। मालूम होगी नौतन में प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय के स्थानांतरण का मुद्दा तूल पकड़ चुका है। धरना प्रदर्शन से स्पष्ट है कि जनता और जनप्रतिनिधि एकजुट होकर इसके खिलाफ लामबंद हैं। यदि प्रशासन ने मांगों पर गौर नहीं किया, तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन देखने को मिल सकता है।

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