मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और विज्ञान शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
डिजिटल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l पटना
कृष्ण मुरारी पांडेय। सिवान।
सिवान सदर प्रखंड में शुक्रवार को आयोजित पोस्ट बेस्ट लर्निंग ट्रेनिंग कार्यक्रम शिक्षकों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुआ। जिला अध्यापक प्रशिक्षण केंद्र, सिवान में आयोजित इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में सिवान सदर प्रखंड के सभी मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और विज्ञान शिक्षक शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षण–अधिगम प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी व छात्र-केंद्रित बनाना था।
कार्यक्रम के सफल संचालन में बीआरसी लेखपाल राहुल कुमार शर्मा और देवानंद तिवारी की प्रमुख भूमिका रही। दोनों ने प्रशिक्षण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को नई शिक्षण पद्धतियों, मूल्यांकन प्रक्रिया, कक्षा प्रबंधन और विद्यार्थियों के सीखने के स्तर को बेहतर बनाने से जुड़ी आवश्यक जानकारियाँ दी गईं।
प्रशिक्षण में विश्व मोहन कुमार सिंह, नरेंद्र राम, और धनंजय सिंह सहित विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों से अवगत कराया। विशेषज्ञों ने बताया कि बदलते समय में पढ़ाई का तरीका भी तेजी से बदल रहा है, ऐसे में शिक्षकों को डिजिटल संसाधनों, नवाचार और इंटरैक्टिव शिक्षण मॉडल का उपयोग करना आवश्यक है।
कार्यक्रम में शामिल प्रधानाध्यापकों और विज्ञान शिक्षकों ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण समय-समय पर होते रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। शिक्षकों ने यह भी माना कि प्रशिक्षण से उन्हें कक्षा में बेहतर ढंग से पढ़ाने के नए तरीके सीखने को मिले।
कुल मिलाकर, पोस्ट बेस्ट लर्निंग ट्रेनिंग कार्यक्रम सिवान सदर प्रखंड के शिक्षकों के लिए एक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक पहल साबित हुआ, जिससे आने वाले समय में विद्यालयों में शिक्षण स्तर और अधिक सुदृढ़ होने की उम्मीद है।






