मनरेगा कर्मी को धमकी और सरकारी दस्तावेज फेंकने का आरोप
नौतन।
स्थानीय पुलिस ने पूर्व जिला पार्षद शैलेन्द्र सिंह उर्फ रिंकू सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। यह मामला मनरेगा कर्मी एवं खलवा गांव निवासी बिट्टू कुमार यादव के लिखित आवेदन पर दर्ज किया गया। आरोप है कि 30 अगस्त 2025 को पंचायत सरकार भवन में हुई घटना के दौरान रिंकू सिंह ने सरकारी कार्य में बाधा डाली, गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।
ऑफिस में घुसकर रजिस्टर फेंकने का आरोप
पीड़ित बिट्टू कुमार यादव ने आवेदन में बताया कि वह अपने कार्यालय में काम कर रहे थे। इसी दौरान हंगामा सुनकर बाहर निकले तो देखा कि पूर्व जिला पार्षद गाली-गलौज कर रहे हैं। जब उन्होंने रोकने की कोशिश की तो रिंकू सिंह ने उन्हें धक्का दिया और हल्का कर्मचारी के कार्यालय में घुसकर सरकारी राजस्व पंजी समेत अन्य कागजात फेंक दिए। इतना ही नहीं, उन्होंने जान से मारने की धमकी भी दी। इस दौरान वहां मौजूद कर्मचारी और ग्रामीण भयभीत हो गए।
बहुत सारे दस्तावेज लेकर निकल गए बाहर
आवेदन के मुताबिक, रिंकू सिंह कई महत्वपूर्ण रजिस्टर और पंजी अपने साथ लेकर चले गए। पूरे घटनाक्रम से सरकारी कामकाज प्रभावित हुआ। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
थानाध्यक्ष और आरोपी का बयान
थानाध्यक्ष शशि रंजन ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी। वहीं, पूर्व जिला पार्षद शैलेन्द्र सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि “यह मेरे खिलाफ एक साजिश है, राजनीतिक कारणों से मुझे फंसाया जा रहा है।”