न्याय न मिलने से परेशान युवक ने उठाया खौफनाक कदम, पुलिस ने समय रहते बचाई जान
भूमि विवाद के चलते आरोपितों ने कब्जे की कोशिश की, प्रशासन ने जांच का आश्वासन दिया
केएमपी भारत। आनंदनगर (महाराजगंज):
फरेंदा तहसील परिसर में मंगलवार की दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक युवक ने उपजिलाधिकारी कार्यालय के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की। युवक लंबे समय से भूमि विवाद के मामले में न्याय न मिलने से बेहद परेशान था और उसने अपना विरोध जताने के लिए यह खौफनाक कदम उठाया।
युवक का नाम सुरेंद्र यादव है, जो फरेंदा थाना क्षेत्र के सिधवारी गांव का निवासी है। सुरेंद्र यादव का कहना है कि उसके पास फरेंदा धानी मार्ग पर स्थित एक भूमि का आधा हिस्सा है, जिस पर उसका कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। इस भूमि पर विपक्षी उसकी सहमति के बिना पेट्रोल पंप लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे उसे कई बार नुकसान हुआ है। सुरेंद्र का आरोप है कि उसने कई बार प्रशासन से मदद की गुहार लगाई, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गया।
न्याय न मिलने से उठाया आत्मदाह का कदम
सुरेंद्र यादव ने मंगलवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय के सामने खुद पर डीजल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। इस घटना के समय वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी और तहसील कर्मचारियों ने तुरंत उसे पकड़ लिया और उसकी जान बचाई।
प्रशासन का जवाब
फरेंदा चौकी इंचार्ज गंगाराम यादव ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और मामले की जांच शुरू कर दी। उपजिलाधिकारी फरेंदा, प्रतीक्षा त्रिपाठी ने भी कहा कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है और जल्द ही मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
सुरेंद्र यादव के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि अगर प्रशासन समय पर मामले में हस्तक्षेप नहीं करता तो इस तरह की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
भूमि कब्जे की कोशिशें जारी
सुरेंद्र यादव का कहना है कि उसके खिलाफ विपक्षी भूमि कब्जे की कोशिशें लगातार कर रहे हैं, जिससे उसकी रोज़ी-रोटी पर संकट आ गया है। वह बार-बार अधिकारियों के पास अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढने गया, लेकिन हर बार उसे केवल आश्वासन मिला। इस स्थिति ने उसे इतना तनाव दिया कि उसने आत्मदाह करने का फैसला किया।