काशी में बिछड़ी उन्नाव की महिला को भोजन कराया, हॉस्पिटल में इलाज दिलाकर पति को सौंपा; युवाओं ने उठाया जिम्मा, बस किराया और खाने का सामान भी दिया
केएमपी भारत। वाराणसी (पिण्डरा)।
‘काशी है दिलवालों की’ कहावत एक बार फिर साकार हुई जब हिन्दू युवा वाहिनी, वाराणसी के प्रभारी व विकास प्राधिकरण सदस्य अम्बरीश सिंह भोला के शिष्य निर्मल सिंह धिरू ने एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला की मदद कर मिसाल पेश की।
महिला, जो उन्नाव की रहने वाली है, अपने पति के साथ इलाज के लिए बनारस आयी थी, लेकिन किसी कारणवश वह बिछड़कर कैथौली (पिण्डरा) क्षेत्र में भटकती हुई पहुंच गई। इस बात की जानकारी जब निर्मल सिंह को हुई, जो इन दिनों अपने निजी कार्य से घर पर ही थे, तो उन्होंने तत्परता दिखाते हुए तुरंत मौके पर पहुंचकर पीड़िता से संपर्क किया।
निर्मल सिंह ने महिला एवं उसके साथ मौजूद बच्चे को भोजन उपलब्ध कराया और स्थानीय हॉस्पिटल से संपर्क कर उपचार की व्यवस्था की। इसके बाद महिला को सुरक्षित रूप से वाराणसी के शिवपुर इलाके में स्थित उसके पति को सौंप दिया गया।
हॉस्पिटल में गूंजीं तालियां
निर्मल सिंह के इस मानवीय कार्य की सराहना अस्पताल में मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजाकर की। उनके इस प्रयास ने यह सिद्ध कर दिया कि आज भी समाज में ऐसे युवा मौजूद हैं जो बिना किसी स्वार्थ के जरूरतमंदों की मदद करने को तत्पर रहते हैं।
आर्थिक सहयोग भी किया
महिला की आर्थिक स्थिति को देखते हुए, निर्मल सिंह और उनके साथियों ने बस में बैठाकर किराया एवं खाने-पीने का सामान भी दिया, ताकि वह अपने गंतव्य तक सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से पहुंच सकें।
परिवार ने कहा – भगवान का रूप हैं ऐसे युवा
महिला के परिजनों ने निर्मल सिंह और उनकी टीम के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये युवा सच में भगवान का ही रूप हैं, जो समय पर मदद करके उनके परिवार को फिर से जोड़ सके।