सभी न्यायिक पदाधिकारी, कर्मचारी व अधिवक्ता हुए शामिल, नशीली दवाओं के खिलाफ दिखाई एकजुटता
केएमपी भारत। सीवान। व्यवहार न्यायालय सीवान के प्रांगण में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार मोतीश कुमार सिंह के नेतृत्व में नशा उन्मूलन को लेकर एक महत्वपूर्ण संकल्प कार्यक्रम आयोजित हुआ। यह संकल्प नालसा के दिशा-निर्देशों के तहत आयोजित किया गया, जिसमें सभी न्यायिक पदाधिकारी, कर्मचारी एवं अधिवक्ता शामिल हुए।
कोर्ट परिसर में हुआ संकल्प समारोह
जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सिवान के सचिव सुनील कुमार सिंह की देखरेख में यह कार्यक्रम कोर्ट परिसर में संपन्न हुआ। इस मौके पर सभी उपस्थितजनों ने यह शपथ ली कि वे स्वयं नशीली दवाओं का सेवन नहीं करेंगे और अपने परिवार, समाज और साथियों को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करेंगे।
सभी न्यायिक पदाधिकारी रहे उपस्थित
इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ-साथ सिवान व्यवहार न्यायालय के तमाम न्यायिक पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं –
मनोज कुमार (प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय), विजय कृष्ण सिंह (ADJ-1), सुशील कुमार त्रिपाठी (ADJ-2), संतोष कुमार (ADJ-3), कुमारी मोनिशा (ADJ-4), उमाशंकर (ADJ-5), राकेश कुमार पांडे (ADJ-7), शशि भूषण कुमार (ADJ-8), सुशांत रंजन (ADJ-9), समीम राजा (विशेष न्यायाधीश, उत्पाद-1), राजेश कुमार द्विवेदी (विशेष न्यायाधीश, उत्पाद-2), राजेश कुमार त्रिपाठी (ADJ-10), संजीव कुमार पांडे (मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी) सहित कई अन्य पदाधिकारी।

अधिवक्ताओं व न्यायालय कर्मियों ने भी लिया संकल्प
कार्यक्रम में न्यायालय के अनेक अधिवक्ता भी शामिल हुए, जिनमें उपाध्यक्ष जनार्दन सिंह, बृजेश कुमार दुबे, अवधेश कुमार, जितेंद्र कुमार, संजय कुमार, नागेंद्र मिश्रा, पिंटू तिवारी, मकसूद आलम, ईश्वर चंद्र महाराज, विजय पांडे आदि प्रमुख थे। इसके साथ ही न्यायालय प्रबंधक कुमारी सलोनी, नजीर जय किशोर शर्मा, एवोकेट गणेश राम उर्फ ज्ञान रत्न और अन्य कर्मचारियों की भी उल्लेखनीय उपस्थिति रही।
सैकड़ों लोगों की रही भागीदारी
संकल्प कार्यक्रम में कुल सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और यह शपथ ली कि वे स्वयं को और अपने आसपास के लोगों को नशीली दवाओं की लत से बचाने का हरसंभव प्रयास करेंगे।