बिजली विभाग की लापरवाही से गई एक बेकसूर की जान, गुस्साए लोगों ने किया सड़क जाम
घर से टेंपू लेकर निकला था चालक, स्टैंड पर पहुंचते ही हादसा
केएमपी भारत। बड़हरिया
गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में टेंपू चालक की मौत हो गई। हादसा बड़हरिया थाना के ठीक पीछे हुआ, जहां सवारी स्टैंड पर लटकते हुए 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन तार की चपेट में एक टेंपू आ गया। इस घटना में टेंपू चालक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान खानपुर गांव निवासी भोला साह के पुत्र 30 वर्षीय सोमारी साह के रूप में हुई है।
हादसे के बाद मचा हड़कंप, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
घटना के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मौजूद स्थानीय लोग और टेंपू चालकों ने गुस्से में आकर सड़क जाम कर दिया। बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। आक्रोशित लोगों का कहना था कि कई बार तार को ठीक करने की शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। करीब एक घंटे बाद थानाध्यक्ष रुपेश कुमार वर्मा के समझाने के बाद जाम हटाया गया।
बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप, फोन तक नहीं उठा रहे थे अधिकारी
स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग के कनीय अभियंता और अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। लोगों का कहना था कि तार कई दिनों से लटक रहा था, लेकिन शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। घटना के बाद जब अधिकारियों को फोन किया गया तो उन्होंने फोन तक उठाना मुनासिब नहीं समझा।
मृतक सोमारी साह के हैं तीन छोटे बच्चे, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया। सोमारी साह के तीन छोटे बच्चे हैं, जिनमें दो बेटियां और एक बेटा शामिल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय पार्षद प्रतिनिधि गुड्डू कुमार सोनी ने कहा कि यह घटना बिजली विभाग की लापरवाही से हुई है। उन्होंने प्रशासन से मृतक परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की।
एफआईआर के बाद मिल सकता है मुआवजा, पुलिस करेगी कार्रवाई
थानाध्यक्ष रुपेश कुमार वर्मा ने बताया कि परिजनों द्वारा आवेदन देने के बाद बिजली विभाग के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। साथ ही मृतक के परिवार को चार लाख रुपये मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सीवान सदर अस्पताल भेज दिया है।
लोगों की मांग – जिम्मेदार अधिकारियों पर हो कार्रवाई
घटना से नाराज़ स्थानीय लोगों और चालकों की मांग है कि इस मामले में बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। साथ ही पूरे क्षेत्र की बिजली व्यवस्था की तत्काल जांच कर लटकते तारों को हटाया जाए।