शाहपुर में उत्पाद विभाग की कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों से भिड़ंत
जवाबी फायरिंग में 46 वर्षीय सुशील यादव की मौत
गुस्साए ग्रामीणों ने जवान को पकड़ कर की जमकर पिटाई
सड़क पर शव रख आगजनी, पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी
मृतक की बेटी बोली- “पिताजी का शराब से कोई नाता नहीं था”
एसडीपीओ बोले- दोषियों पर होगी कार्रवाई
सेंट्रल डेस्क, केएमपी भारत, पटना
आरा । बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 3 में रविवार को अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम पर बड़ा हमला हो गया। पुलिस को निशाना बनाया शराब माफियाओं और स्थानीय ग्रामीणों ने। पहले जमकर पत्थरबाजी, फिर लाठी-डंडों से हमला हुआ।
हंगामे के बीच खुद को घिरता देख टीम में मौजूद सैफ (SAF) के एक जवान ने जवाबी फायरिंग की। गोली सीधे एक स्थानीय ग्रामीण सुशील यादव (46 वर्ष) को लग गई। गोली लगते ही मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

गुस्साई भीड़ ने जवान को बनाया बंधक, की पिटाई
ग्रामीणों का गुस्सा उबल पड़ा। भीड़ ने फायरिंग करने वाले जवान को पकड़ लिया और काफी देर तक पीटा। इसके बाद उसे बंधक बना लिया गया।
सूचना पर शाहपुर पुलिस, जगदीशपुर एसडीपीओ राजेश कुमार शर्मा समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और जवान को छुड़ाया गया।
लाश सड़क पर रखकर प्रदर्शन, आगजनी और नारेबाजी

सुशील यादव की मौत के बाद नाराज़ ग्रामीणों ने उसका शव बीच सड़क पर रखकर विरोध जताया। मौके पर आगजनी कर दी गई। प्रदर्शनकारियों ने उत्पाद विभाग और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय थाने को बिना सूचना दिए उत्पाद विभाग की टीम छापेमारी करने आई थी।
बेटी का बयान: “पिताजी का शराब से कोई नाता नहीं था”
मृतक सुशील यादव की बेटी का कहना है कि उनके पिता शाम को बाजार गए हुए थे, उनका शराब कारोबार या माफियाओं से कोई संबंध नहीं था।
एसडीपीओ का बयान: जांच जारी, दोषियों पर कार्रवाई तय
जगदीशपुर के एसडीपीओ राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना अवैध शराब के खिलाफ की गई कार्रवाई में विरोध के दौरान हुई। जांच जारी है और जो भी दोषी होंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थिति तनावपूर्ण, गांव में भारी पुलिस बल तैनात
घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण माहौल है। एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन प्रशासन चौकसी बनाए हुए है।