बैठक में जुटे बुद्धिजीवी, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना


सीवान | कृष्ण मुरारी पांडेय
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के परपोते और प्रख्यात लेखक तुषार गांधी 20 अगस्त को सीवान पहुंचेंगे। इस दौरान वे एक विशेष सेमिनार को संबोधित करेंगे। सेमिनार का विषय “राष्ट्र के समक्ष मौजूदा चुनौतियां एवं बिहार की भूमिका” तय किया गया है। कार्यक्रम को लेकर जिले में बौद्धिक और सामाजिक हलकों में उत्साह देखा जा रहा है।

तैयारी को लेकर हुई बैठक
आयोजन की तैयारी को लेकर शनिवार को शहर में आयोजन समिति की बैठक शिक्षाविद युगल किशोर दुबे की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिले के कई शिक्षाविद, प्रोफेसर, डॉक्टर, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुशील कुमार, माले के जिला सचिव हंसनाथ राम, राजद नगर अध्यक्ष रमेश यादव, सीपीआई के इरफान अहमद, सीपीएम के परमा चौधरी, शिक्षाविद डॉ. विधु शेखर पांडेय, डॉ. के. एहतेशाम अहमद, प्रो. वीरेंद्र यादव, प्रो. धनंजय यादव, इस्लामिया कॉलेज के सचिव तारिक गनी समेत कई लोग मौजूद रहे।
बड़ी संख्या में जुटे प्रतिनिधि
बैठक में शिक्षाविद, लेखक संघ, खेल जगत और समाजसेवी संगठनों से जुड़े लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। इनमें जनवादी लेखक संघ के मार्कण्डेय दीक्षित, बिहार अराजपत्रित शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राकेश सिंह व सचिव अशोक प्रसाद, डीबीडीसी के अध्यक्ष नीलेश नील, सारथी डीबीडीटी ग्रुप के अध्यक्ष साहिल मकसूद, स्पोर्ट्स कोच विनय कुमार, प्रो. सत्येंद्र कुमार सिंह, डॉ. अमिरुल हक, डॉ. सफीन अहमद, कल्याण जी, संतोष पांडेय, रवि सिंह, साहिल खान सहित दर्जनों नाम शामिल रहे।
बौद्धिक विमर्श की उम्मीद
आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि तुषार गांधी के आगमन से जिले के लोगों को गंभीर मुद्दों पर विचार-विमर्श का अवसर मिलेगा। सेमिनार में खास तौर पर यह चर्चा होगी कि आजादी के बाद राष्ट्र जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उनमें बिहार की भूमिका और जिम्मेदारी किस तरह तय हो सकती है।