Bihar Flood: कैमूर में कर्मनाशा नदी का कहर: रातों-रात बढ़ा जलस्तर, डूब गई सैकड़ों एकड़ फसल

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कर्मनाशा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से कैमूर जिले के दुर्गावती थाना क्षेत्र के कई गांवों में अफरा-तफरी

बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना

कैमूर | अजित कुमार

कर्मनाशा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से कैमूर जिले के दुर्गावती थाना क्षेत्र के कई गांवों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों का कहना है कि जिस नदी में कल तक रेत ही रेत बिछी थी, वही नदी आज उफान पर है और खेत-खलिहान डूब चुके हैं।

रातों-रात सूखी नदी बनी बाढ़ का मंजर

स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार तक कर्मनाशा नदी पूरी तरह सूखी थी। लेकिन रातों-रात नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया। सुबह होते-होते हालात इतने बिगड़ गए कि नदी से सटे खेत पूरी तरह पानी में डूब गए। जमुरनी, लरमा, करारी, बिंदपुरवा, निपरान समेत कई गांवों के सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल जलमग्न हो चुकी है।

पहाड़ों की बारिश और डैम का पानी बना वजह

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में लगातार भारी बारिश हो रही है। इसका असर मूसा खाड़ डैम समेत कई बांधों पर पड़ा है। क्षमता से अधिक पानी भर जाने के कारण वरीय अधिकारियों ने डैम के गेट खोल दिए। डैम से छोड़ा गया पानी लतीफ शाह बियर के जरिए सीधे कर्मनाशा नदी में पहुंचा। नतीजा यह हुआ कि रातों-रात सूखी नदी लबालब भर गई और आसपास के खेत डूब गए।

किसानों की मेहनत पर पानी, बढ़ी चिंता

छाता गांव के किसान अजय कुमार सिंह ने बताया, “कल तक नदी सूखी थी। लेकिन अचानक पानी बढ़ गया और सौ एकड़ से अधिक धान की फसल डूब गई। जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।” किसानों का कहना है कि अगर पानी का बहाव यूं ही जारी रहा तो नुकसान और भी ज्यादा हो सकता है।

भय और बेबसी का आलम

ग्रामीणों में इस अचानक आई आपदा को लेकर दहशत का माहौल है। लोग अब अपनी फसल बचाने के बजाय गांव और घरों तक पानी पहुंचने की आशंका से चिंतित हैं। प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखने की बात कही है, लेकिन किसानों को राहत कब और कैसे मिलेगी, यह बड़ा सवाल बना हुआ है।

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