2 किमी सफर में लग रहे 40 मिनट, एम्बुलेंस तक फंस रही—नागरिकों में बढ़ी नाराजगी
डिजिटल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l पटना
नीलेश वर्मा नील, सिवान।
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था इन दिनों पूरी तरह चरमराई हुई है। मुख्य बाजार से लेकर बबुनिया मोड़ और मालवीय नगर तक की सड़कों पर टोटो (बैटरी रिक्शा) का अनियंत्रित संचालन लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बन गया है। हालात यह हैं कि सिर्फ 2 किलोमीटर का सफर तय करने में 30 से 40 मिनट लग रहे हैं, जिससे दैनिक आवागमन प्रभावित हो रहा है।
चार लाइनों में दौड़ रहे टोटो, दोपहिया और एम्बुलेंस तक फंस रहीं
बबुनिया मोड़, पोस्ट ऑफिस रोड, गोपालगंज मोड़ और अस्पताल रोड जैसी व्यस्त सड़कों पर टोटो चालकों की मनमानी से यातायात व्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ा गई है।
नागरिकों का कहना है कि चार-चार लाइनों में चल रहे टोटो के कारण सड़क की आधी क्षमता ही जाम में खप जाती है। कई बार एम्बुलेंस भी इस जाम में बुरी तरह फंस जाती है, जिसके चलते मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता है।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि किसी गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचने तक 15–20 मिनट अतिरिक्त सिर्फ ट्रैफिक में बर्बाद हो जाते हैं।
लोगों की मांग—टोटो लेन निर्धारित की जाए
शहरवासियों ने सुझाव दिया है कि टोटो के लिए अलग लेन बनाई जाए। डिवाइडर से सटी हुई एक लाइन में यदि टोटो को चलाने का नियम लागू हो, तो जाम की समस्या में 50–60% तक सुधार आ सकता है। इसके अलावा टोटो की संख्या और रूट का निर्धारण भी जरूरी बताया गया है।
अराजकता के प्रमुख कारण
- टोटो चालकों पर नियंत्रण व निगरानी का अभाव
- बिना लाइसेंस और बिना फिटनेस वाले वाहनों का संचालन
- कई चालक नशे में वाहन चलाते देखे जाते हैं
- ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी
प्रशासन पर उठ रहे सवाल, नागरिक कार्रवाई की मांग पर अड़े
लोगों ने यातायात विभाग से मांग की है कि शहर में बढ़ती अव्यवस्था को रोकने के लिए सख्त नियम लागू किए जाएं।
नागरिकों का कहना है कि यदि प्रशासन तुरंत कदम नहीं उठाता, तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।






