नियमों को ताक पर रखकर रेल मंत्रालय ने की बड़े स्टेशनों की उपेक्षा, यात्रियों में आक्रोश
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
आरा। ओपी पांडेय। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले रेल मंत्रालय ने बिहार के कई स्टेशनों पर नई ट्रेनों के ठहराव की स्वीकृति दी है। इसी क्रम में 12309/10 राजेंद्रनगर–नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव दानापुर में मंजूर कर दिया गया, लेकिन लंबे समय से मांग उठने के बावजूद आरा जंक्शन को एकबार फिर नजरअंदाज कर दिया गया।
आरा जंक्शन की अनदेखी, दानापुर को दो राजधानी का स्टॉपेज
दानापुर में पहले से डिब्रूगढ़–नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस रुकती है। अब राजेंद्रनगर राजधानी को भी मंजूरी दे दी गई। 10 किमी के भीतर दो ठहराव होने के बावजूद आरा जैसे राजस्व में शीर्ष दस स्टेशन को बाहर कर दिया गया। यात्रियों का कहना है कि रेलवे नियम केवल आरा पर लागू करता है जबकि दानापुर को बार-बार फायदा पहुंचाया जा रहा है।
सभी मानदंड पूरे करता आरा, फिर भी ठहराव नहीं
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों के ठहराव के लिए जनसंख्या, जिला मुख्यालय, ऐतिहासिक व प्रशासनिक महत्व, आय व तकनीकी सुविधा जरूरी है। आरा जंक्शन इन सभी मानदंडों को पूरा करता है। औसतन प्रति ठहराव अपेक्षित आय से कहीं अधिक राजस्व भी देता है।
जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल
भोजपुर के सात विधानसभा क्षेत्रों और आसपास के जिलों के यात्री आरा से सफर करते हैं। इसके बावजूद मौजूदा सांसद व विधायक ने अबतक राजधानी, पटना–इंदौर एक्सप्रेस या अन्य ट्रेनों के नियमित ठहराव का मुद्दा रेल मंत्री से नहीं उठाया। यात्रियों का मानना है कि आरा को लगातार उपेक्षित करने का खामियाजा नेताओं को चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।