महज दो घंटे की बारिश ने खोली नगर निगम की पोल, कमलनाथ नगर रोड पर जलजमाव और खुले नाले ने बढ़ाया खतरा
बिहार डेस्क l केएमपी भारत। मुजफ्फरपुर
बेतिया। अजय शर्मा
बेतिया से इस वक्त की एक चौंकाने वाली और भयावह तस्वीर सामने आई है, जिसने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। रविवार को महज दो घंटे की बारिश ने पूरे बेतिया नगर निगम के दावों की पोल खोल दी। कमलनाथ नगर रोड पर सड़क पर जमा पानी और खुले नाले के कारण एक बाइक सवार युवक बाइक समेत नाले में गिर गया। https://youtu.be/WX4MZRkMjt0?si=7zwNaaFZMtHHW0a7
यह हादसा उस वक्त हुआ जब युवक बारिश के बीच सड़क से गुजर रहा था। जलजमाव इतना अधिक था कि नाले और सड़क के बीच फर्क करना मुश्किल था। अचानक युवक बाइक समेत नाले में समा गया। गनीमत रही कि आसपास के लोगों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत मोर्चा संभाला और युवक को बाहर निकाला। वरना यह लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती थी।
खतरे की घंटी, लेकिन जिम्मेदार बेखबर
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई नई बात नहीं है। हर साल, हर बारिश में कमोबेश यही स्थिति देखने को मिलती है। शहर का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से फेल हो चुका है। नाले खुले पड़े हैं, जलनिकासी का कोई समुचित प्रबंधन नहीं है। नगर निगम की लापरवाही का खामियाज़ा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
नगर निगम चाहे जितने भी विकास के दावे करे, लेकिन हकीकत ये है कि दो घंटे की बारिश ने बेतिया को तालाब में तब्दील कर दिया। सड़कों पर जलजमाव है, नाले उफन रहे हैं और जान-माल का खतरा हर पल बना हुआ है।
कब जागेगा प्रशासन?
स्थानीय लोगों का आरोप है कि हर बार शिकायत करने के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं होता। अधिकारी मुआयना कर चले जाते हैं, और फिर सब वैसा ही छोड़ दिया जाता है। सवाल ये है कि आखिर कब तक जनता ऐसी बदइंतजामी की कीमत चुकाती रहेगी?
फिलहाल युवक की जान बच गई, लेकिन अगर समय पर स्थानीय लोग नहीं पहुंचते, तो यह हादसा एक बड़ा संकट बन सकता था।
भविष्य के लिए चेतावनी
बेतिया नगर निगम के लिए यह घटना चेतावनी से कम नहीं है। अगर समय रहते व्यवस्था नहीं सुधारी गई, तो अगली बारिश किसी और की जान ले सकती है। जनता अब जवाब चाहती है—नालों पर ढक्कन कब लगेंगे? ड्रेनेज सिस्टम कब सुधरेगा? और सबसे जरूरी, प्रशासन कब जागेगा?