प्रशांत किशोर के नेतृत्व में जन सुराज बना जनता की उम्मीद का प्रतीक
बिहार चुनाव डेस्क l पटना
कृष्ण मुरारी पांडेय l केएमपी भारत न्यूज़ l सिवान। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रथम चरण के नामांकन के अंतिम दौर में गुरुवार को जन सुराज पार्टी के चार प्रत्याशियों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से नामांकन पत्र दाखिल किया।
सिवान सदर (105) से इंतखाब अहमद, जीरादेई (106) से मुन्ना पांडेय, बड़हरिया (110) से डॉ. शहनवाज और गोरेयाकोठी (111) से एजाज अहमद सिद्दीकी ने अपने समर्थकों की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल किया।
जनता का आशीर्वाद और संगठन का विश्वास
नामांकन के बाद सभी प्रत्याशियों ने कहा कि यह दिन केवल उनका नहीं, बल्कि सिवान की जनता के विश्वास और मेहनत का दिन है। उन्होंने कहा कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर, राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती सहित संगठन के सभी शीर्ष नेताओं ने जो भरोसा जताया है, वह सम्मान और जिम्मेदारी दोनों है।
सभी उम्मीदवारों ने एक स्वर में कहा —
“आज जो कुछ भी संभव हुआ है, वह जनता के प्रेम, स्नेह और समर्थन का परिणाम है। जनता ही हमारी ताकत है और जनता ही हमारी प्रेरणा।”
नामांकन में दिखी सादगी, लेकिन जोश से भरा माहौल
गुरुवार को जन सुराज के प्रत्याशियों का नामांकन किसी भव्य जुलूस या दिखावे से दूर रहा। प्रत्याशी समर्थकों के साथ सादगीपूर्ण ढंग से मुख्यालय पहुंचे। हालांकि, चारों सीटों पर कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों का उत्साह देखने लायक था। जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
सिवान सदर से प्रत्याशी इंतखाब अहमद ने कहा कि यह चुनाव किसी व्यक्ति विशेष का नहीं, बल्कि विचार और वैकल्पिक राजनीति का चुनाव है।
उन्होंने कहा, “जन सुराज बिहार में एक नई उम्मीद है। यह सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं बल्कि सोच और व्यवस्था के बदलाव का आंदोलन है।”
“जन सुराज बनेगा जनता की सरकार”
जीरादेई से प्रत्याशी मुन्ना पांडेय ने कहा कि वर्षों से जनता केवल वादे सुनती आई है, लेकिन अब जनता जन सुराज के साथ मिलकर अपने सपनों का बिहार बनाएगी।
बड़हरिया से उम्मीदवार डॉ. शहनवाज ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जन सुराज की प्राथमिकता है। “हम किसी जाति या धर्म की राजनीति नहीं करते, बल्कि इंसान और विकास की बात करते हैं,” उन्होंने कहा।
वहीं, गोरेयाकोठी से प्रत्याशी एजाज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि इस बार बिहार की राजनीति में असली मुकाबला जनता बनाम पुराने दलों का है।
“सभी विपक्षी इस बार जन सुराज से लड़ रहे हैं। क्योंकि उन्हें डर है कि जनता अब उनके झूठे वादों से ऊपर उठकर बदलाव की दिशा में सोच रही है।”
प्रशांत किशोर की रणनीति पर भरोसा
चारों प्रत्याशियों ने कहा कि प्रशांत किशोर की “जन सुराज यात्रा” ने गांव-गांव में जागरूकता फैलाई और जनता को सीधा जोड़ा। यही कारण है कि आज जन सुराज केवल एक पार्टी नहीं, बल्कि एक आंदोलन बन चुका है।
उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और रोजगार को लेकर जन सुराज ने जो रूपरेखा दी है, वह हर वर्ग को छूती है।
सिवान में बन रहा है “बदलाव का केंद्र”
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो सिवान जिला इस बार जन सुराज के लिए सबसे मजबूत क्षेत्र बनकर उभरा है। चारों विधानसभा सीटों पर पार्टी ने मजबूत प्रत्याशी उतारे हैं, जिनकी छवि ईमानदार और सामाजिक रूप से सक्रिय रही है।
स्थानीय मतदाताओं के बीच चर्चा है कि इस बार मुकाबला एकदम आमने-सामने का हो सकता है, क्योंकि जन सुराज ने जनता के बीच गहरी पैठ बना ली है।
जनता में दिखा विश्वास
नामांकन के बाद प्रत्याशियों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की। समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया।
सभी ने जनता से अपील की —
“इस बार बिहार को बदलने का मौका है। जात-पात, धर्म और लालच से ऊपर उठकर केवल विकास की राजनीति को मौका दें।”
चारों उम्मीदवारों ने एक स्वर में कहा कि बिहार अब पुराने ढर्रे की राजनीति नहीं चाहता। “हम जनता के साथ, जनता के लिए और जनता द्वारा सरकार बनाना चाहते हैं।






