शांति समिति की बैठक में प्रशासन का सख्त संदेश – डीजे, हथियार और आतिशबाजी पर रहेगा प्रतिबंध
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
सिवान | कृष्ण मुरारी पांडेय
आगामी चेहल्लुम, जन्माष्टमी और महावीरी झंडा मेला को लेकर समाहरणालय सभागार में सोमवार को जिला शांति समिति की बैठक हुई। जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश और पुलिस अधीक्षक के संयुक्त नेतृत्व में आयोजित इस बैठक में पर्व शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए विस्तृत चर्चा हुई।
डीएम ने कहा कि पर्व के दौरान सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। बिजली, पेयजल, सफाई, अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा, अग्निशमन दस्ता और कंट्रोल रूम की समुचित व्यवस्था रहेगी। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रॉप गेट, नाका चेकिंग, ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी और वीडियोग्राफी का सहारा लिया जाएगा।

एसपी ने चेतावनी दी कि विधि-व्यवस्था में खलल डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। छोटी से छोटी घटना की सूचना तुरंत पुलिस तक पहुंचाने की अपील की गई। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी सख्त कार्रवाई होगी।
लाइसेंस की सख्त शर्तें
बैठक में जुलूस के लिए 25 बिंदुओं की शर्तें तय की गईं। इनमें जुलूस का तय रूट व समय पालन, डीजे और आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध, लाउडस्पीकर के लिए अनुमति, अस्पताल-मंदिर-मस्जिद के पास शोर बंद करना, हथियार न ले जाना और राजनीतिक या विवादित नारेबाजी से परहेज शामिल हैं।
नियमों के मुताबिक, हर 200 व्यक्तियों पर एक जुलूस लाइसेंस जारी होगा, जिसमें 20 प्रतिभागियों का आधार और मोबाइल नंबर अनिवार्य होगा। नशे में पकड़े जाने पर आयोजनकर्ता पर भी कार्रवाई होगी।
बैठक में मौजूद शांति समिति के सदस्यों ने आश्वासन दिया कि सभी नियमों का अक्षरशः पालन किया जाएगा और प्रशासन को पूरा सहयोग मिलेगा।