सेंट्रल डेस्क l केएमपी भारत l भागलपुर
सहरसा। विकास कुमार
गांधी पथ स्थित सूर्या अस्पताल में हाल ही में हुए तोड़फोड़ और गाली-गलौज की घटना को लेकर जिले के चिकित्सक आक्रोशित हैं। इसी मुद्दे पर गुरुवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) सहरसा की एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिले के तमाम डॉक्टर शामिल हुए। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि अस्पताल में इलाजरत मरीजों और चिकित्सकों को आतंकित करना न केवल असंवेदनशील कार्य है, बल्कि यह स्वास्थ्य व्यवस्था पर सीधा हमला है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अशोक कुमार सिंह, पूर्व सिविल सर्जन सदर अस्पताल सहरसा ने कहा कि डॉक्टर मरीजों की जान बचाने के लिए 24 घंटे सेवा देते हैं। ऐसे में चिकित्सकों और अस्पताल पर हमला बर्दाश्त से बाहर है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। वहीं डॉ. गोपाल शरण सिंह ने कहा कि अगर दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो जिले के चिकित्सक मजबूर होकर सड़क पर उतरेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे।
आईएमए के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि चिकित्सकों की सुरक्षा और सम्मान से समझौता नहीं किया जाएगा। डॉक्टरों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि दोषियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया, तो आंदोलन का रूप और उग्र होगा।
बैठक में मौजूद अन्य डॉक्टरों ने भी एक स्वर में कहा कि ऐसी घटनाएं न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित करती हैं बल्कि मरीजों के जीवन के लिए भी खतरा पैदा करती हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों पर हो रहे हमले पर तत्काल रोक लगनी चाहिए, तभी मरीज और डॉक्टर सुरक्षित रह पाएंगे।