साधुनी मठ से निकली रथ यात्रा, श्रीराम जानकी मठ तक पहुंचकर हुआ समापन
बड़हरिया में पहली बार निकली जगन्नाथ महाप्रभु की रथ यात्रा, इस्कॉन ने किया आयोजन
केएमपी भारत। सीवान (बड़हरिया)
बड़हरिया में पहली बार जगन्नाथ महाप्रभु की रथ यात्रा का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। यह ऐतिहासिक आयोजन इस्कॉन के श्रद्धालु भक्तों के सहयोग से हुआ, जिसमें श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।

करीब एक महीने में बना रथ, स्थानीय कारीगरों की मेहनत रंग लाई
रथ यात्रा के लिए रथ का निर्माण बड़हरिया के कारीगरों ने लगभग एक महीने की मेहनत से किया। सुंदर कलाकृति से सजे इस रथ को साधुनी मठ से सजाकर निकाला गया।
महामंत्रों की गूंज और भक्तों की टोली ने रथ यात्रा को बनाया भक्तिमय
रथ यात्रा की शुरुआत साधुनी मठ से हुई। “हरे राम हरे कृष्ण” के संकीर्तन और जयकारों के बीच भक्तों की टोली नाचती-गाती आगे बढ़ रही थी। रथ को भारी रस्सियों से महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने खींचा।

रास्ते भर सेवा में जुटे रहे स्थानीय लोग, पेय पदार्थ और सुविधाएं उपलब्ध कराईं
रथ यात्रा के मार्ग में भक्तों की सेवा हेतु कई जगहों पर स्थानीय लोगों ने पानी, शरबत, प्रसाद और अन्य पेय पदार्थों के स्टॉल लगाए। भक्तों की सेवा में युवा, महिला और बुजुर्ग बढ़-चढ़कर शामिल रहे।
रथ यात्रा का मार्ग: थाना चौक, जामो चौक होते हुए श्रीराम जानकी मठ तक पहुंचा रथ
रथ यात्रा बड़हरिया के साधुनी मठ से शुरू होकर थाना चौक, जामो चौक, तरवारा रोड होते हुए ऐतिहासिक श्रीराम जानकी मठ पहुंचा। वहां भगवान के दर्शन के बाद यात्रा वापसी मार्ग से मठ लौट आई।
प्रशासन रहा पूरी तरह मुस्तैद, थानाध्यक्ष खुद थे मौजूद
भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने जगह-जगह पर पुलिस बल की तैनाती की थी। बड़हरिया थानाध्यक्ष रुपेश कुमार वर्मा स्वयं रथ यात्रा के साथ मौजूद रहे और सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करते दिखे।
इन गणमान्य लोगों की रही विशेष उपस्थिति
इस ऐतिहासिक अवसर पर अनुरंजन मिश्र, सुनील कुमार चंदेल, पूर्व मुखिया बीरेंद्र प्रसाद, राजू कुमार, सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं, पुरुष और कन्याएं उपस्थित रहीं।