बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
महाराजगंज | पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर आगामी 5 सितंबर को महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों में जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला जाएगा। इसको लेकर रविवार को शहर के पुरानी बाजार स्थित शाही मस्जिद परिसर में जुलूस-ए-मोहम्मदी कमिटी की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता हाजी ई. रफीक अहमद ने की।
भव्य तरीके से होगा आयोजन
बैठक में वर्ष 2024 के आय-व्यय लेखा को सर्वसम्मति से पारित किया गया। साथ ही यह निर्णय लिया गया कि इस बार भी पूर्व की भांति जुलूस को भव्य तरीके से निकाला जाएगा। मौलाना इसरारुल हक ने लोगों से अपील की कि जुलूस पूरी शालीनता और शांतिपूर्ण माहौल में निकाला जाए।
डीजे पर रोक, भड़काऊ नारे नहीं
कमिटी ने साफ किया कि जुलूस के दौरान डीजे का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। धार्मिक झंडा केवल घरों में ही लगाया जाएगा, किसी सरकारी या गैर सरकारी भवन अथवा खंभे पर नहीं। जुलूस में सिर्फ “नार-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर” और “रसूल अल्लाह” के नारे लगाए जाएंगे। किसी भी तरह के भड़काऊ या आपत्तिजनक नारे लगाने पर सख्त मनाही होगी।
युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील
शिक्षक समसुद्दीन अहमद ने युवाओं से अपील की कि त्योहार के दौरान ऐसा कोई कार्य न करें जिससे दूसरों को परेशानी हो। बैठक में निर्णय लिया गया कि जुमा की नमाज शाही जामा मस्जिद में दो बार अदा की जाएगी ताकि भीड़ का दबाव न बढ़े।
सुबह 8 बजे पहुंचे लोग
कमिटी ने घोषणा की कि महाराजगंज और दारौंदा प्रखंड के ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोग 5 सितंबर को सुबह 8 बजे शाही मस्जिद पहुंच जाएं, ताकि समय से जुलूस की शुरुआत हो सके।
बैठक में मुखिया मनसुर अहमद, पूर्व मुखिया मैनुद्दीन अहमद, इम्तियाज अहमद, शमशाद खान, रौशन अली, अब्दुल्लाह कुरेशी, नईम मियां, गौहर अली, रिज्वानुल्लाह उर्फ टुन्ना, मो. मुस्लिम, अफजल खान, कमालुद्दीन कुरेशी, जुल्फेकार अली, नजरूबारी, मो. नईम मास्टर समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।