अब दीदी तय करेंगी नीति की दिशा: मुख्यमंत्री ने किया महिला नेतृत्व का सम्मान
केएमपी भारत। सीवान
बिहार सरकार के महिला संवाद कार्यक्रम ने शनिवार को एक ऐतिहासिक मोड़ लिया, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यभर के सभी जिलों की क्लस्टर लेवल फेडरेशन (CLF) की लीडर दीदियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए संवाद किया।
इस संवाद का मुख्य उद्देश्य लाखों ग्रामीण महिलाओं की आकांक्षाओं को सुनकर उन्हें सरकारी नीतियों में स्थान देना था।
सीवान जिले के सभी 19 प्रखंडों की CLF दीदियाँ इस संवाद में शामिल हुईं। उन्होंने पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने क्षेत्रों की महिलाओं की ओर से सुझाव और अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री ने महिला शक्ति को नया स्वर देने वाली इन दीदियों की भागीदारी की खुलकर सराहना की।
मुख्यमंत्री की 6 बड़ी घोषणाएं: अब सिर्फ योजनाएं नहीं, बदलाव का संकल्प
महिला संवाद में मिली जनआकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई नीतिगत निर्णयों की घोषणा की:
पेंशन राशि में भारी इजाफा
सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारकों की मासिक राशि ₹400 से बढ़ाकर ₹1100 प्रति माह की जाएगी।
जीविका ऋण पर ब्याज दर में कटौती
अब जीविका दीदियों को दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज 12% की बजाय केवल 7% लगेगा।
जीविका कैडर का बढ़ेगा मानदेय
सभी जीविका कैडर (जैसे – कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर, क्षेत्रीय सलाहकार) की मानदेय राशि में वृद्धि की जाएगी।
‘दीदी की रसोई’ का होगा विस्तार
सरकारी विभागों में भोजन व्यवस्था की जिम्मेदारी अब ‘दीदी की रसोई’ योजना को सौंपी जाएगी।
हर पंचायत में बनेगी सामुदायिक विवाह भवन
गांवों में सामाजिक आयोजनों के लिए ‘कम्युनिटी मैरेज बिल्डिंग’ का निर्माण किया जाएगा।
‘सतत जीविकोपार्जन योजना’ का विस्तार
अब SJY योजना का लाभ सिर्फ 2 लाख नहीं, बल्कि सभी अति गरीब परिवारों तक पहुंचाया जाएगा।
महिला शक्ति अब नीति निर्धारण की अग्रणी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा – “महिलाओं की बात अब सिर्फ सुनी नहीं जाएगी, उनकी आकांक्षाएं नीतियों का हिस्सा बनेंगी। यह दीदियों की शक्ति है जिसने आज सरकार को सोच बदलने को प्रेरित किया है।”
सीवान से दीदियों की सशक्त भागीदारी
इस संवाद में सीवान जिले के जिला पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, और जीविका से जुड़ी दीदियाँ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल रहीं।
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम ने महिलाओं को संवाद से नीति तक की यात्रा में भागीदार बनाया है।
‘अब दीदी बोलेगी और सरकार सुनेगी’ – यही है नया बिहार!
यह कार्यक्रम अब केवल सरकार और महिलाओं के बीच संवाद भर नहीं, बल्कि नीतिगत बदलाव का मंच बन चुका है।
अब गाँव की दीदी नीति की दिशा तय करेगी और सरकार उसे अमल में लाएगी।