— योजनाओं के पारदर्शी क्रियान्वयन और विधि-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता
डिजिटल न्यूज़ डेस्क l केएमपी भारत l पटना
कृष्ण मुरारी पांडेय। सिवान।
सिवान जिले को नया जिलाधिकारी मिल गया है। आईएएस अधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय (भा. प्र. से., 2017 बैच) ने गुरुवार को समाहरणालय के कार्यालय प्रकोष्ठ में जिले के 38वें जिलाधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करते ही उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वरीय अधिकारियों ने सिवान की गौरवशाली परंपरा के अनुसार उनका औपचारिक स्वागत किया। https://youtu.be/g5cMVlUQZ1E?si=KTqoCnGoDtTgbJfw
अधिकारियों के साथ परिचय बैठक, विकास योजनाओं पर हुई प्रारंभिक चर्चा
पदभार ग्रहण करने के बाद नवपदस्थापित जिलाधिकारी ने समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय पदाधिकारियों से परिचय बैठक की। उन्होंने विभिन्न विभागों से जिले में चल रही योजनाओं, प्राथमिकताओं और चुनौतियों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
मैत्रेय ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को पारदर्शी ढंग से धरातल पर उतारना ही प्रशासन की पहली जिम्मेदारी है।
विधि-व्यवस्था और पारदर्शिता सबसे ऊपर
मीडिया से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि विधि-व्यवस्था का संधारण, जन शिकायतों का त्वरित निष्पादन, तथा अच्छे शासन की स्थापना उनकी प्राथमिकता सूची में शीर्ष पर है।
उन्होंने कहा—
“सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को पूरी सहजता और पारदर्शिता के साथ जन-जन तक पहुँचाना मेरा सर्वोच्च लक्ष्य होगा।”
जिलाधिकारी ने संकेत दिया कि प्रशासनिक जवाबदेही और व्यवस्था में सुधार को लेकर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
ई-ऑफिस, RTPS केंद्र और पंचायत सरकार भवनों को मिलेगी नई गति
मैत्रेय ने बताया कि प्रशासनिक कार्यों में तेजी और पारदर्शिता लाने के लिए ई-ऑफिस को हर स्तर पर प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सभी नवनिर्मित पंचायत सरकार भवनों को पूर्ण रूप से क्रियाशील किया जाएगा ताकि ग्रामीण स्तर पर सेवाओं का सुचारू संचालन हो।
इसके साथ ही सभी आरटीपीएस केंद्रों को प्रभावी रूप से संचालित करने का निर्देश भी दिया जाएगा ताकि आम लोगों को प्रमाण-पत्र से संबंधित सेवाएँ समय पर मिल सकें।
आपदा प्रबंधन, जलजमाव और जल संचयन पर विशेष फोकस
जिलाधिकारी ने बताया कि आपदा प्रबंधन एक गंभीर विषय है और इसके लिए जिला प्रशासन पूर्व तैयारी पर जोर देगा।
उन्होंने कहा कि शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या का समाधान और जल संचयन की व्यवस्था को मजबूत करना प्रशासन की प्राथमिकता में रहेगा।
शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास कार्यों पर सख्त निगरानी
अपनी प्राथमिकताओं में जिलाधिकारी ने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ, आधारभूत संरचना और जनहित से जुड़े विकास कार्यों को भी शामिल किया। उन्होंने कहा कि इन सभी क्षेत्रों में गुणवत्ता और समयबद्धता से किसी तरह का समझौता नहीं होगा।
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि नवपदस्थापित जिलाधिकारी ने जिले के सर्वांगीण विकास को लेकर स्पष्ट दिशा और संकल्प प्रस्तुत किया है, जिससे लोगों में नई उम्मीद जगी है।






