संत रविदास समाज के पथ प्रदर्शक थे जिन्होंने ‘मन चंगा तो कटौती में गंगा’ का उपदेश देकर हर व्यक्ति में भगवान का स्वरूप माना।
बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
जीरादेई। 07 सितम्बर 2025 को जीरादेई स्थित भारत गौरव देशरत्न राजेंद्र मेमोरियल फाउंडेशन के केंद्रीय कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। मुख्य अतिथि फाउंडेशन के संस्थापक ई प्रमोद कुमार मल्ल ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य के भीतर ईश्वर का स्वरूप है ।
संत रविदास समाज के पथ प्रदर्शक थे जिन्होंने ‘मन चंगा तो कटौती में गंगा’ का उपदेश देकर हर व्यक्ति में भगवान का स्वरूप माना।
इंजीनियर प्रमोद कुमार मल्ल ने अपने संबोधन में कहा कि संत रविदास जी की शिक्षाएँ आज भी समाज के लिए पथप्रदर्शक हैं। उनके विचारों से प्रेरणा लेकर हम समाज में भाईचारा, समानता और न्याय की स्थापना कर सकते हैं। मंदिर का निर्माण इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
इस बैठक में संत शिरोमणि रविदास के भव्य मंदिर निर्माण की योजना पर विचार-विमर्श करते हुए निर्णय लिया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रामदेव राम ने की।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि संत रविदास के जीवन-आदर्श और उनके द्वारा दिए गए समता, सद्भाव एवं मानवता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने हेतु मंदिर का निर्माण केवल एक धार्मिक स्थल न होकर समाज में एकता और जागरूकता का प्रतीक होगा। मंदिर के अलावा पुस्तकालय निर्माण का भी लक्ष्य सम्मुख रखा गया एवं जीरादेई विधानसभा में संत शिरोमणि रविदास के और भी कई मंदिर हों, ऐसे विचारों पर गहन चर्चा हुई।
इस अवसर पर तुलसी पंडित, स्वामीनाथ सिंह, जितन राम, सुमित कुमार बैठा, राजेंद्र बिंद, राजू श्रीवास्तव, बालाजी पाण्डेय, वैभव चौबे, सुशांत गुप्ता, मन्नु कुमार कुशवाहा, अभिषेक कुमार कुशवाहा एवं अंकुर सहित अनेक बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता एवं क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उन्होंने इस ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत किया।