बिहार डेस्क l केएमपी भारत l पटना
सिवान। वोटर अधिकार रैली की चर्चा बिहार में पिछले 13 दिनों से हो रही है। इसी बीच जदयू के गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी सैयद नजमुल होदा ने शुक्रवार को सिवान परिसदन में महागठबंधन पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना में 18% मुस्लिम समाज की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है, लेकिन रैली और राजनीति में इस समाज की भागीदारी कहीं नजर नहीं आती।
नजमुल होदा ने आरोप लगाया कि महागठबंधन को मुसलमानों से सिर्फ वोट चाहिए। उन्हें न तो नेतृत्व दिया जा रहा है और न ही बराबरी का हक़। उन्होंने कहा, “मुस्लिम समाज खुद इस नाइंसाफी को महसूस नहीं कर पा रहा। उन्हें सिर्फ एक ही मिशन में लगा दिया गया है—भाजपा को हराओ। पिछले 10 सालों से पूरी कौम इसी जाल में फंसी है।”
उन्होंने मुस्लिम समाज को चेताते हुए कहा कि अगर हवाओं के विपरीत चलेंगे तो अस्तित्व खो बैठेंगे। समाज को बिहार के विकास से जुड़ना होगा, तभी उनका विकास संभव है। वरना महागठबंधन आज जिनको सिर्फ वोट बैंक समझ रहा है, कल चुनाव खत्म होते ही उनकी ओर कोई नहीं देखेगा।
नजमुल होदा ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि मुस्लिम समाज हमेशा जोश में काम करता है, होश में नहीं। पिछले 15 सालों में डर और भावनाओं में बहा कर इस समाज को मुख्यधारा से दूर रखा गया, जबकि बाकी तबके विकास की दौड़ में आगे बढ़ गए। उन्होंने आह्वान किया कि मुस्लिम समाज जोश नहीं, बल्कि समझदारी से राजनीति करे।