60+ को 2000 रुपये मासिक पेंशन और गरीब बच्चों की फीस भरने का वादा
सेंट्रल डेस्क l केएमपी भारत l मुजफ्फरपुर


अजय मिलन, शिवहर
जन सुराज के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने गुरुवार को शिवहर जिला मुख्यालय के न्यू बस स्टैंड मैदान में आयोजित ‘बिहार बदलाव सभा’ में तीनों बड़े नेताओं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव – पर तीखा हमला बोला। उन्होंने जनता से अपील की कि इस बार नेताओं के चेहरे पर नहीं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर वोट दें।
पीके ने कहा – “मोदी जी का चेहरा देखकर वोट दिया तो चायवाला प्रधानमंत्री बन गया। लालू जी का चेहरा देखकर वोट दिया तो भैंस चराने वाला 30 साल तक राजा बन गया। नीतीश जी का चेहरा देखकर वोट दिया तो वैद्य का बेटा 20 साल से सत्ता में है। लेकिन आपने कभी अपने बच्चों के लिए वोट नहीं दिया।”

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बिहार के लोग मंदिर के नाम पर वोट देकर पीएम मोदी को सत्ता में लाए, जाति के नाम पर वोट देकर नीतीश कुमार से जातीय गणना करवाई, लेकिन अपने बच्चों के नाम पर वोट नहीं दिया। परिणाम यह हुआ कि बिहार के ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट युवा गुजरात जाकर फैक्ट्रियों में मजदूरी करने को मजबूर हैं।
पीके ने लालू यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा – “लालू जी का बेटा 9वीं पास भी नहीं किया, फिर भी वो उसे सीएम बनाना चाहते हैं। जबकि आपके बेटे मैट्रिक, बीए, एमए करने के बाद भी बेरोजगार हैं।”
सभा में उन्होंने दो बड़े वादे भी किए –
- दिसंबर 2025 से 60 वर्ष से अधिक उम्र के हर महिला और पुरुष को 2000 रुपये मासिक पेंशन।
- जब तक सरकारी स्कूलों में सुधार नहीं होगा, 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ाने पर पूरी फीस सरकार देगी।
उन्होंने कहा – “अगली दिवाली और छठ बिहार की बदहाली की आखिरी होगी। छठ के बाद शिवहर के युवाओं को 10-12 हजार की मजदूरी के लिए घर छोड़ना नहीं पड़ेगा।”
कार्यक्रम का संचालन जिला अध्यक्ष रूपेश कुमार सिंह ने किया। मंच से नीरज कुमार सिंह, डॉ. रामाधार साह, अर्पणा सिंह, गिरीश नंदन सिंह, राघवेंद्र कुमार सिंह, लवली प्रसाद और सुधीर गुप्ता ने भी सभा को संबोधित किया।
सभा स्थल पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जहां पीके के हर तीखे बयान पर भीड़ ने तालियां बजाकर समर्थन जताया। पीके ने अंत में कहा – “अब वक्त है अपने बच्चों के लिए वोट देने का, ताकि बिहार में जनता का असली राज स्थापित हो।”