सेंट्रल डेस्क l केएमपी भारत l पटना
गोपालगंज | अनुज कुमार पांडेय


भोरे थाना क्षेत्र के धोबहा घाट गोलीकांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। घायल लाल बहादुर यादव के बयान पर सात लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें से चार आरोपियों को पुलिस ने छापेमारी कर हथियार और बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, घटना का मास्टरमाइंड अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
दरवाजे से बुलाकर ले गए घाट पर, फिर शुरू की अंधाधुंध फायरिंग
घायल लाल बहादुर यादव ने अपने बयान में बताया कि घटना 16 अगस्त की रात करीब 8:30 बजे की है। वह अपने घर के दरवाजे पर बैठा था, तभी गांव का नितेश मांझी और बगहवां गांव का कृष्णा राम उसके पास पहुंचे। दोनों ने कहा कि झरही नदी किनारे मंदिर के पास चलना है। जब वह उनके साथ घाट पर पहुंचा तो वहां झाड़ियों में पहले से घात लगाए बैठे बलिंदर यादव, सुनील यादव, सोहेल मांझी और धीरज सिंह अचानक निकल पड़े और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।

गोलीबारी इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में गोलियों की बौछार से घाट दहल उठा। आरोपियों ने लाल बहादुर को मरा हुआ समझकर मौके से फरार हो गए। बाद में गांव के लोगों ने उसे गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया।
मास्टरमाइंड वसंत सिंह पर आरोप
लाल बहादुर ने अपने बयान में दावा किया कि इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड श्रीपुर थाना क्षेत्र के रामपुर कला निवासी वसंत सिंह है। रंजिश के चलते उसी ने योजना बनाकर हमला कराया। पुलिस अब उसकी तलाश में दबिश दे रही है।
7.85 एमएम पिस्टल, कारतूस और बाइक जब्त
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कृष्णा राम, नितेश मांझी, साहिल कुमार और धीरज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 7.85 एमएम का पिस्टल, एक खोखा, जिंदा कारतूस, मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की गई है। चारों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
एसडीपीओ बोले- 6 घंटे में चार गिरफ्तार, तीन फरार
हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि घटना में सात नामजद आरोपी हैं। इनमें से चार को छह घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी तीन की तलाश में लगातार छापेमारी हो रही है। घटना में प्रयुक्त हथियार और बाइक भी जब्त की गई है।
घायल की हालत अभी भी गंभीर
इधर, घायल लाल बहादुर यादव का इलाज लखनऊ के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार उसके सीने में अब भी पांच गोलियां फंसी हुई हैं और हालत गंभीर बनी हुई है। परिजनों का कहना है कि पुलिस साजिशकर्ता समेत सभी आरोपियों की गिरफ्तारी करे, तभी पीड़ित को न्याय मिलेगा।