भाकपा (माले) नेता बोले—आरोपमुक्त हैं सभी मामलों में, गिरफ्तारी विपक्ष की साजिश
बिहार चुनाव डेस्क l पटना
कृष्ण मुरारी पांडेय। केएमपी भारत न्यूज़ l सिवान | विधानसभा चुनाव 2025 के नामांकन प्रक्रिया के दौरान बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। दरौली से भाकपा (माले) के मौजूदा विधायक सत्यदेव राम ने जैसे ही नामांकन पत्र दाखिल किया, वैसे ही समाहरणालय परिसर से ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
58 वर्षीय सत्यदेव राम दरौली थाना क्षेत्र के कृष्णपाली गांव निवासी स्वर्गीय राजवंशी राम के पुत्र हैं। उन्होंने श्यामलाल जैन हाई स्कूल, दरौली से मैट्रिक तक की शिक्षा प्राप्त की है। विधायक ने अपने शपथ पत्र में दावा किया है कि उनके ऊपर कोई आपराधिक मामला लंबित नहीं है, सभी मामलों में वे आरोप मुक्त हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार उनके खिलाफ हत्या के प्रयास, सरकारी कार्य में बाधा, दंगा, अवैध मजमा बनाना, और आचार संहिता उल्लंघन जैसे कई मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।
विधायक ने शपथ पत्र में यह भी बताया है कि उनके पास केवल ₹20,000 नगद हैं और दो बैंक खातों में मिलाकर ₹5 लाख की जमा राशि है। वे सीमित संसाधनों के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं।
भाकपा (माले) के बड़हरिया विधानसभा प्रभारी विकास यादव ने गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा—“सत्यदेव राम को सभी मामलों में पहले ही आरोप मुक्त किया जा चुका है, वर्ष 2005 में रेलवे का कोई केस था, इसकी जानकारी विधायक को नहीं थी। उनकी गिरफ्तारी इसी मामले में हुई है। यह विपक्ष की राजनीतिक साजिश है।”
वहीं, सिवान के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने पुष्टि की है कि “विधायक सत्यदेव राम को गिरफ्तार किया गया है,” लेकिन गिरफ्तारी के कारणों पर उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से परहेज किया।
नामांकन के बाद हुई इस गिरफ्तारी ने जिले की राजनीति में हलचल मचा दी है। समर्थकों ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” बताया, जबकि प्रशासन का कहना है कि “कानून अपना काम कर रहा है।”






