गिरफ्तार ठगों से लैपटॉप, मोबाइल, पासबुक, स्कैनर समेत बड़ी मात्रा में सामग्री बरामद, 20 राज्यों में शिकायतें दर्ज
सीवान पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी के निर्देश पर साइबर थाना की विशेष टीम ने की छापेमारी
बिहार डेस्क, केएमपी भारत, पटना।
सिवान | सिवान जिले में साइबर अपराधियों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो ऑनलाइन गेमिंग ऐप की आड़ में लोगों को ठगी का शिकार बना रहा था। सीवान पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी के निर्देश पर साइबर थाना की विशेष टीम ने छापेमारी करते हुए इस गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। गिरोह के सदस्य देशभर के लोगों को गेमिंग ऐप के ज़रिए झांसा देकर उनके बैंक खातों से पैसे उड़ा रहे थे। https://youtu.be/3tHIEeyhB9Q?si=Sp-qspgTCzKzA_10
गुप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई, डीएसपी के नेतृत्व में बनी टीम
23 जुलाई को साइबर ठगी से जुड़ी गुप्त सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने साइबर डीएसपी सुशील कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की। टीम में मुफस्सिल थाना और साइबर थाने के पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया। संयुक्त कार्रवाई के तहत पचरुखी व हुसैनगंज थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर 6 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया।
सामग्री बरामद, कई राज्यों से लिंक
पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से भारी मात्रा में डिजिटल और फाइनेंशियल डिवाइसेस जब्त किए हैं। बरामद सामग्री में 2 लैपटॉप, 1 टैबलेट, 74,100 रुपये नकद, 26 एटीएम कार्ड, 31 मोबाइल फोन, 19 पासबुक, 4 चेकबुक, 17 यूपीआई स्कैनर, 2 वाई-फाई राउटर, बायोमैट्रिक मशीन, पासपोर्ट, पैन कार्ड, आधार कार्ड और दो मोटरसाइकिल शामिल हैं।
अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि इन अपराधियों के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों में 20 शिकायतें NCRP पोर्टल पर दर्ज हैं।

गिरफ्तार साइबर ठगों की पहचान
गिरफ्तार अभियुक्तों में सुमित कुमार, अनिकेत कुमार, राज कुमार, भान्नी कुमार, आदित्य कुमार और बन्टी कुमार सिंह शामिल हैं। ये सभी सिवान के पचरुखी व हुसैनगंज क्षेत्रों के रहने वाले हैं।
गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि मामले की जांच अब भी जारी है। पुलिस अन्य सहयोगियों की तलाश में जुटी है।
छापेमारी में ये अधिकारी रहे शामिल
इस कार्रवाई में डीएसपी सुशील कुमार के साथ पुअनि विजय कुमार यादव, पुअनि अखिलेश कुमार, पुअनि अशोक दास, पुअनि ज्ञान प्रकाश और पु.अ.नि. कृष्णा कुमार शामिल थे।