महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण से शुरुआत, विभिन्न सत्रों में वक्ताओं ने साझा किए विचार, कांग्रेस को बताया भारत के निर्माण का अगुआ
केएमपी भारत। बड़हरिया (सीवान)
सीवान जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित दो दिवसीय सृजन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ गुरुवार को बड़हरिया प्रखंड के पुरानी ब्लॉक परिसर में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण से की गई। इसके बाद नारे लगाते हुए कार्यकर्ताओं का जुलूस रॉयल मैरेज हॉल की ओर प्रस्थान किया, जहां जिलाध्यक्ष सुशील कुमार ने ध्वजारोहण किया। शिविर में जिले भर से चयनित कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे। अलग-अलग सत्रों में प्रशिक्षकों ने भारत के संघर्ष, निर्माण, सामाजिक न्याय और वर्तमान राजनीतिक चुनौतियों पर अपने विचार रखे।
पहले सत्र में इतिहास पर केंद्रित रहा संवाद
राजस्थान से आए प्रशिक्षक विकास बुढ़ानिया ने कांग्रेस की ऐतिहासिक भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, “कांग्रेस ने भारत की आज़ादी के लिए संगठित संघर्ष किया, हजारों कुर्बानियां दीं। जो लोग उस समय अंग्रेजों के साथ थे, वही आज सबसे बड़े राष्ट्रवादी बनने का दावा करते हैं। खुद सावरकर ने अंग्रेजों से नौ बार माफ़ी मांगी थी।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आज़ादी के बाद भी देश के पुनर्निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई।
दूसरे सत्र में सामाजिक न्याय और आरक्षण पर चर्चा
पटना से आए रंजीत पंडित ने शोषित-वंचित वर्गों की स्थिति और आरक्षण की अवधारणा पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने काका कालेलकर आयोग बनाकर पिछड़े वर्गों की स्थिति का आकलन कराया। बिहार में मुंगेरी लाल आयोग ने महिला व ईडब्लूएस आरक्षण की बातें सबसे पहले उठाई थीं, जिसे बाद में जननायक कर्पूरी ठाकुर ने लागू किया।” उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में आरक्षण का मुद्दा फिर से प्रासंगिक हुआ है और कांग्रेस इसके मूल चिंतन को आगे बढ़ा रही है।
कार्यक्रम में जिलेभर से जुटे नेता और कार्यकर्ता
कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष राजा राम सिंह, कांग्रेस नेता सूर्य प्रभा चेटियार, शमीम खान, डॉ. के. एहतेशाम अहमद, धर्मनाथ राय, इन्दु सिन्हा, रामकृष्ण तरुण, मो. हक, ध्रुव लाल कुशवाहा, पुष्पा कुमारी समेत दर्जनों वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।जिलाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया कि “यह प्रशिक्षण शिविर पार्टी की विचारधारा को मजबूत करने और जमीनी कार्यकर्ताओं को राजनीतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक संदर्भों से जोड़ने का माध्यम है।”
दूसरे दिन भी होंगे महत्वपूर्ण सत्र
शिविर का दूसरा दिन शुक्रवार को होगा, जिसमें आगामी चुनावी रणनीति, मीडिया मैनेजमेंट और सोशल मीडिया की भूमिका जैसे विषयों पर विशेषज्ञ सत्र आयोजित किए जाएंगे। शिविर में भाग ले रहे कार्यकर्ताओं ने इसे उपयोगी, ज्ञानवर्धक और उत्साहवर्धक बताया। कांग्रेस का यह शिविर आने वाले राजनीतिक संघर्षों के लिए संगठनात्मक मजबूती की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।